| 1. | दुलकी चाल से चलना धीरे-धीरे दौड़ना यीशु की जन्म-झाँकी तेज चाल नाँद क्रिबिज
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| 2. | आँतों को क्रियाशील बनाने के लिए टहलना या धीरे-धीरे दौड़ना प्रारंभ किया जाना चाहिए।
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| 3. | दुलकी चाल से चलना धीरे-धीरे दौड़ना यीशु की जन्म-झाँकी तेज चाल नाँद क्रिबिज यीशु की जन्म-
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| 4. | ' जॉगिंग ' (लयबद्ध धीरे-धीरे दौड़ना) अपूर्व रूप से सहयोगी हो सकती है, तैरना बहुत सहयोगी हो सकता है।
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| 5. | वजन सँभालने वाले व्यायाम जैसे कि रस्सी कूदना, धीरे-धीरे दौड़ना तथा चलना भी मज़बूत हड्डियाँ बनाने और बनाए रखने में सहायता कर सकती हैं।
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